Bareilly News: बीडीए की नई टाउनशिप में किसानों की सहूलियत का ध्यान, 48 घंटे में मिलेगी मुआवजे की रकम

बरेली में पीलीभीत बाईपास किनारे प्रस्तावित नई टाउनशिप के लिए बीडीए भूमि अधिग्रहण करेगा। इसके लिए 80 फीसदी किसानों ने बीडीए को अपनी सहमति दे दी है। इस प्रक्रिया में किसानों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा गया है। 
 

Farmers' convenience is taken care of in the new BDA township compensation will be given within 48 hours

बीडीए दफ्तर 

बरेली में पीलीभीत बाईपास पर विकसित होने वाली नई टाउनशिप में किसानों की सहूलियत का ध्यान रखा गया है। अब जमीन देने के बाद मुआवजे के लिए किसानों को भटकना नहीं होगा। जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण होगा, उनके खाते में अधिकतम 48 घंटे में बीडीए की ओर से मुआवजे की रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी। यही प्रावधान औद्योगिक टाउनशिप के लिए भी रखा गया है।

बीडीए की बोर्ड बैठक में शनिवार को पीलीभीत बाईपास स्थित नई टाउनशिप और औद्योगिक टाउनशिप को स्वीकृति दी गई है। पीलीभीत टाउनशिप में बीडीए 1327 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण में खर्च करेगा और यह रकम किसानों के खाते में 24 से 48 घंटे के अंदर ट्रांसफर की जाएगी। यह प्रावधान पूर्व में सामने आई भुगतान संबंधी खामियों को देखते हुए बनाया गया है। नई टाउनशिप के लिए अडूपुरा जागीर, अहिलादपुर, आसपुर, खूबचंद, कुम्हरा, कलापुर, बरकापुर, मोहरनियां, हरहरपुर व नवदिया कुर्मियान की 267.1443 हेक्टेयर जमीन बीडीए किसानों से लेगा।

किस गांव में जमीनों पर कितना बीडीए करेगा खर्च
बीडीए 1327 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च करेगा। इसमें अहिलादपुर में 17.72 करोड़, हरहरपुर में 17.68 करोड़, नपदिया कुर्मियान में 21.37 करोड़, मोहरनियां में 2.79 करोड़, अडुपुरा जागीर में 36.18 करोड़, बरकापुर 64.12 करोड़, आसपुर खूबचंद 30.36 करोड़, कलापुर में 47.74 करोड़ और कुम्हरा में 22.74 करोड़ रुपये की रकम खर्च करेगा। इसमें आपसी सहमति से क्रय के लिए समिति की ओर से अनुमोदित राशि, अधिग्रहण के लिए आवश्यक धनराशि, परिसंपत्ति का मूल्यांकन, क्रय के लिए रकम के साथ स्टांप मूल्यांकित धनराशि, स्टांप देयता के सापेक्ष मूल्यांकित धनराशि, स्टांप हेतु धनराशि और निबंधक शुल्क शामिल है।

आसपास के गांवों का भी विकास कराएगा बीडीए
जिन गांवों की जमीन टाउनशिप के लिए बीडीए द्वारा अधिग्रहित कराई जाएगी, उनके आसपास के गांवों का विकास भी बीडीए कराएगा। बीडीए प्रशासन के मुताबिक आसपास के गांवों में सड़क, स्ट्रीट लाइट, जलनिकासी की व्यवस्था, पार्क जैसी बुनियादी सुविधाओं को विकसित कराया जाएगा। ताकि, उन गांवों के लोग भी विकास की मुख्य धारा में शामिल हो सकें।

2047 को ध्यान में रखकर खींचा जा रहा विकास का खाका
बरेली महानगर के विस्तार का खाका बीडीए की ओर से वर्ष 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को ध्यान में रख कर खींचा जा रहा है। इसके तहत आबादी के लिहाज से शहर की सड़कों की चौड़ाई, ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान, वाहन पार्किंग, पार्क, हरियाली, पर्यटन जैसी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। बीडीए के अफसरों के मुताबिक उस समय की अनुमानित आबादी के आधार पर संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता और सुनियोजित विकास के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जिसका असर आगामी समय में देखने को मिलेगा।

बीडीए उपाध्यक्ष डॉ. मनिकंडन ए. ने बताया कि पीलीभीत बाईपास के किनारे टाउनशिप के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन से संबंधित 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान अब तक हमें अपनी सहमति दे चुके हैं। जमीन की रजिस्ट्री के अधिकतम 48 घंटे में संबंधित किसान के बैंक खाते में पैसा पहुंच जाएगा। जमीन अधिग्रहण संबंधी प्रक्रिया किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए संपन्न कराई जाएगी। 

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