उन्नाव। फूलों की पालकी में विराजमान होकर भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा व भाई बलराम के साथ निकले तो शहर भक्ति के उल्लास में डूब गया। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लेकर भक्ति का उत्सव मनाया।भगवान जगन्नाथ की पारंपरिक रथयात्रा रविवार शाम सात बजे शहर के आदर्शनगर स्थित दीनेश्वर मंदिर से विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद निकाली गई। इस दौरान लोगों ने भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बलदेव की आरती उतारी और फूलों से तैयार किए गए रथ को खींचा। इसके बाद भगवान जगन्नाथ रथयात्रा गांधीनगर तिराहा, छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा, आईबीपी चौराहा होते हुए हनुमान मंदिर मोती नगर पहुंची।
भगवान के रथ में लगे देशी व विदेशी फूल इसे और भी शोभायमान कर रहे थे। रथ के आगे-आगे वृंदावन से आए गायक मंडल ने मधुर गीतों व डीजे की धुनों पर कलाकारों का पारंपरिक डांडिया नृत्य भावविभोर कर रहा था। अन्य वाहनों में राधा कृष्ण, मां काली, शिव पार्वती सहित, बजरंग बली सहित अन्य देवी देवताओं की झांकियां लोगों में आकर्षण का केंद्र रहीं। विश्राम स्थल पर 108 श्रद्धालुओं ने 11-11 दीपकों से भगवान जगन्नाथ की भव्य आरती की।
इस दौरान सार्वजनिक श्रीश्री जगन्नाथ रथ यात्रा समिति के अध्यक्ष रामप्रकाश चौरसिया, महामंत्री विजय कुमार गुप्ता, संयोजक अमित मिश्रा, विवेक गुप्ता, निर्भय निगम, आर बी सिंह, राकेश सिंह एडवोकेट, दिलीप गुप्ता, मनोज निगम, रेनू मिश्रा, आरती यादव, मनीष सिंह, लक्ष्य निगम रहे।
महिलाओं व बच्चों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
जगन्नाथ रथयात्रा में हिस्सा लेने में पुरुषों के अलावा महिलाएं व बच्चों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। यात्रा के दौरान महिलाओं, लड़कियों व बच्चों ने ढोल नगाड़ों के साथ बज रहे भगवान जगन्नाथ के गीतों पर जमकर थिरके। सभी लोग प्रभु की भक्ति में लीन दिखे।
भक्तों ने लगाए प्रसाद के स्टॉल
रथयात्रा मार्ग पर प्रभु के भक्तों ने जगह-जगह प्रसाद वितरण कराया। शास्त्री पार्क के अलावा कई अन्य स्थानों पर भी यात्रा के साथ चल रहे भक्तों को प्रसाद रूप में शीतल जल, पूड़ी सब्जी, गुड़ चना, हलुआ आदि वितरित किए गए। रथयात्रा में शामिल लोगों ने तरह-तरह के प्रसाद को चखा।
फोटो नंबर-27
सोहरामऊ कस्बा भ्रमण कर गर्भगृह लौटे प्रभु जगन्नाथ
नवाबगंज। सोहरामऊ कस्बे के सुरेश्वर जगन्नाथ मंदिर से महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा धूमधाम से निकाली गई। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई भगवान बलभद्र और बहन सुभद्रा के भक्तों ने दर्शन किए। यात्रा में घोड़ों के साथ ऊंट भी शामिल हुए जो आगे चलकर रथ यात्रा की अगवानी कर रहे थे। इस दौरान महाप्रभु को महाप्रसाद के रूप में छप्पन भोग अर्पण किए गए। वृंदावन से पधारे महंत आचार्य कौशिक महराज ने रथ यात्रा की अगवानी की। यात्रा में मंदिर आचार्य बीके शर्मा, आचार्य हिमांशु शुक्ला, एसडीएम रामदेव निषाद, सीओ संतोष कुमार सिंह, एसओ सुनील कुमार सिंह भी रहे।