अचलगंज। दोनों हाथ के पंजे गवां चुकी लूट की शिकार महिला यात्री ने इलाज के आठवें दिन लखनऊ के अस्पताल में दम तोड़ दिया। रायबरेली की महिला यात्री से अचलगंज हाल्ट पर उतरने के दौरान 24 अक्तूबर को लूट हुई थी। घटना के दौरान दो हाथों के पंजे कटने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं।
रायबरेली जिला के चकसरेनी निवासी दिवंगत फौजी की पत्नी सुमन देवी (42) 24 अक्तूबर को रायबरेली-कानपुर पैसेंजर ट्रेन मायके अचलगंज के बेथर गांव जा रही थीं। सुबह करीब 4:30 बजे अचलगंज हॉल्ट पर उतरने के दौरान एक बदमाश ने चेन और पर्स छीना था। इस दौरान गिरी महिला के दोनों हाथ के पंजे कट गए थे। परिजन लखनऊ के एक निजी ट्रामा सेंटर में इलाज करा रहे थे। जहां एक नवंबर को मौत हो गई।
बेथर गांव निवासी भाई राहुल यादव ने आरोप लगाया था कि ट्रेन से उतरते समय एक लुटेरे ने चेन और पर्स छीन लिया था। इसी दौरान धक्का देने से सुमन गिर गईं थीं और तभी ट्रेन के चल देने से उनके हाथ पहिए के नीचे आ गए थे। घटना के दूसरे दिन रिश्तेदार धर्मेंद्र तहरीर लेकर अचलगंज थाने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने जीआरपी क्षेत्र का मामला बताकर टरका दिया था। इसके बाद जीआरपी एसओ अरविंद पांडेय पीड़िता का हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे था। हालांकि आईसीयू में भर्ती होने और सिर में गहरी चोट की वजह से वह पीड़िता के बयान नहीं ले सके थे।
जीआरपी ने एसओ ने भाई राहुल से तहरीर लेकर अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की धारा 117 (3) में रिपोर्ट दर्ज की थी। मृतका तीन बहनों व एक भाई में सबसे बड़ी थीं। एक विवाहित बेटी है। जीआरपी एसओ ने बताया कि घायल महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है। अबतक की जांच में धक्का देने या लूट की पुष्टि नहीं हुई है।