इटावा हत्याकांड में एक और नया खुलासा हुआ है। अब महिला रेखा के भाई ने जीजा को लेकर चौंकाने वाली बातें बताई हैं। उसने बताया कि जीजा मुकेश दूसरी महिला के साथ ऐश कर रहा था। परिवार की जरूरत की वह बिल्कुल चिंता नहीं करता था।
इटावा में हुए सामूहिक हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। परिवार की हत्या करने वाला आरोपी मुकेश पत्नी और बच्चों को जरूरतें पूरी न करके तीन साल से एक महिला के साथ ऐश करने में लगा हुआ था। वारदात के बाद से महिला गायब हो गई है। हत्यारोपी ने दो साल पहले दिल्ली में चांदी की रिफाइनरी लगाई थी। जिसमें घाटा होने पर उसे झटका भी लगा है। घर से जेवर भी बरामद नहीं हुए हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि आरोपी ने 16 घंटे में जेवरों को ठिकाने लगाया है।
रेखा ने दुकान बेचने का किया था विरोध
सामूहिक हत्याकांड का आरोपी मुकेश शुरू से ही सोना-चांदी के व्यापार कर करता था। शादी से पहले मुकेश ने कानपुर से थोक का काम शुरू किया था। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने गल्ला मंडी में दुकान खरीदी थी। जिसमें छोटा भाई रघुवेश बैठता था। छोटे भाई की मौत के बाद 2022 में मुकेश ने दुकान बेच दी। दुकान बेचने पर भी रेखा ने विरोध किया था। बहन का कहना था कि बेटे के लिए दुकान काम आएगी।
रिश्तेदार के साथ शुरू किया था चांदी की रिफाइनरी का काम
इसके बावजूद मुकेश ने 16 लाख की दुकान बेचकर दिल्ली में एक रिश्तेदार के साथ चांदी की रिफाइनरी का काम शुरू किया था। जेल जाने से पहले दिल्ली वाले रिश्तेदार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर काम में घाटा होने की बात कही थी। रेखा के भाई रविंद्र सोनी ने बताया कि बहन के पास करीब दो सौ ग्राम जेवर था। लेकिन वारदात वाले दिन मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार के लोगों की मौजूदगी में अलमारी का लॉकर चेक किया था। जिसमें कोई जेवर नहीं मिला, न ही बच्चों व पत्नी के गले में कोई चेन मिली।
मुकेश ने जेवर को लगाया ठिकाने
रविंद्र का कहना है कि वारदात के बाद जेवर को ठिकाने लगाया है। साथ ही पहली पत्नी की रिश्तेदार महिला से वह उसके सामने भी फोन पर भी बात करता था। बहन के घर में विवाद न हो इसलिए उसने यह बात किसी को नहीं बताई थी। दिवाली के दो दिन पहले रेखा अपने बेटे अभीष्ट को लेकर पटाखे खरीदने मायके भी गई थी।
महिला का खर्च उठाता था मुकेश
मुकेश कानपुर में रह रही महिला का खर्च भी उठा रहा था। महिला के तलाक से पहले मुकेश उसके पति के साथ बैठकर शराब भी पीता था। इसी बीच महिला के पति से रिश्ते बिगड़े और तलाक हो गया, दो साल से महिला की जिम्मेदारी मुकेश उठा रहा था। पत्नी इस बात का विरोध करने लगी थी। रेखा ने मुकेश से परिवार सहित जान देने की बात कही थी।
दिल्ली और जाएगी इटावा पुलिस
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने चताया कि इस मामले में जिन लोगों के भी नाम सामने आ रहे हैं। उन सभी से पूछताछ करने के लिए पुलिस जाएगी। टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्दी ही सभी से पूछताछ होगी। जो भी लोग इस मामले में घटना को लेकर जिम्मेदार होंगे उन सभी पर कार्रवाई की जाएगी।
बंद कमरे में मिलीं चार लाश
उत्तर प्रदेश के इटावा के मोहल्ला लालपुरा के एक सराफा कारोबारी के घर में सोमवार रात पत्नी और तीन बच्चे मृत पाए गए। कारोबारी जब आत्महत्या करने के लिए जंक्शन स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर पहुंचा तो जीआरपी ने उसे पकड़ लिया। सराफ को पकड़े जाने के बाद घटना का खुलासा हुआ। कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लालपुरा में सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा (45) संयुक्त परिवार के साथ रहते हैं। तीन भाइयों का परिवार भी इसी घर में रहता है।
पत्नी-बेटी के फोन पर लगाया मौत का स्टेटस
सोमवार रात करीब 08:20 पर मुकेश ने अपनी पत्नी रेखा और बेटी के फोन पर उनकी मौत का स्टेटस लगाया। मुकेश ने 112 नंबर पर पत्नी रेखा, बड़ी बेटी भाव्या (19), काव्या (17), अभीष्ट (13) के जहर खाकर मरने की सूचना दी और फोन बंद कर लिया।
पुलिस सूचना देने वाले की तलाश कर रही थी कि इस दौरान लगभग नौ बजे जीआरपी ने इटावा जंक्शन के पास से मुकेश को आत्महत्या का प्रयास करते हुए पकड़ लिया। पूछताछ में उसने घटना की जानकारी दी। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो भूतल में रेखा, भाव्या और बेटे अभीष्ट के शव पड़े मिले, जबकि पहली मंजिल पर काव्या का शव पड़ा मिला। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने ही परिवार को मार डाला।