उन्नाव। सहजनी स्थित महिला अस्पताल में बन रहे ड्रग वेयर हाउस के काम में लेटलतीफी निर्माण एजेंसी को महंगी पड़ गई। काम आठ महीने पिछड़ने पर स्वास्थ्य महानिदेशालय ने कुल लागत का 10 फीसदी यानी 85 लाख का जुर्माना लगाया है। दिसबंर में हरहाल में काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
जिला पुरुष व महिला अस्पताल, 16 सीएचसी, 42 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए अक्सर दवाओं की आपूर्ति में लेट-लतीफी होती है। कारण है कि जिला स्तर पर दवा की कमी होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिमांड भेजी जाती है, इसके बाद लखनऊ के ड्रग वेयर हाउस से आपूर्ति की जाती है। इस प्रक्रिया में कई दिन तक लग जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर जिले में ड्रग वेयर हाउस के निर्माण को शासन ने मंजूरी दी थी।
इसके बाद सहजनी स्थित महिला अस्पताल में 8.50 करोड़ से अक्तूबर 2022 से निर्माण शुरू हुआ था। अप्रैल 2024 में निर्माण कार्य पूरा होना था, लेकिन कार्यदायी संस्था काम पूरा नहीं कर सकी। इससे स्वास्थ्य महानिदेशालय ने कुल लागत में से 10 फीसदी यानी 85 लाख रुपये की कटौती करने के आदेश दिए हैं। दिसंबर में काम किसी भी हाल में पूरा करने के लिए कहा है।
अस्पतालों में जल्द उपलब्ध होंगी दवाएं : ड्रग वेयर हाउस बनने से जिले के सरकारी अस्पतालों को कम समय में दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। अभी तक मांग पत्र भेजने के बाद दवाओं की आपूर्ति में तीन से चार दिन लग जाते हैं। वेयर हाउस बनने के बाद दवा कंपनियों से सीधे आपूर्ति हो सकेगी।