
न्नाव। एक पखवारे पहले सिकंदरपुर सरोसी ब्लाॅक परिसर में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में गड़बड़ी सामने आई है। यहां दो मुस्लिम वधुओं (सगी बहन) ने आवेदन में दर्ज नाम के विपरीत दूसरे युवकों से निकाह किया। सोशल मीडिया में फोटो वायरल हुई तो मामले का खुलासा हुआ। ग्राम पंचायत सचिव ने दोनों वधुओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
26 फरवरी को सिकंदरपुर सरोसी ब्लाॅक सभागार में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हुआ था। कुल 36 जोड़ों का विवाह कराया गया। इसमें 31 जोड़ों के सात फेरे हुए थे, जबकि पांच जोड़ों का निकाह हुआ था। इन जोड़ों में विकासखंड बिछिया की ग्राम पंचायत रुपऊ निवासी समीद की दो बेटियों रहमतुन और किस्मतुन का निकाह भी हुआ था। रहमतुन व किस्मतुन ने ही निकाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में आवेदन कराया था। इसमें निकाह के लिए वर का नाम क्रमश: सलमान खान और शमीम लिखाया था। आवेदन के समय दोनों की फोटो भी लगी थी।
वहीं, जब निकाह में फोटो खिंचाई गई तो उसमें वर अलग-अलग थे। मामले में किसी ने दूसरे युवकों के साथ खिंचाई गई फोटो वायरल कर दी। इसके बाद जानकारी ग्राम विकास अधिकारी मनीष दीक्षित को हुई तो उन्होंने पड़ताल की। इसमें मामला सही पाया गया। उन्होंने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी और निर्देश मिलने के बाद सदर कोतवाली में तहरीर दी। कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि सचिव की तहरीर पर रहमतुन व किस्मतुन पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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पूर्व निर्धारित दूल्हों की बजाए अपनी पसंद के लड़कों किया निकाह
सामूहिक विवाह समारोह में भीड़भाड़ का लड़कियों ने फायदा उठाया और पूर्व निर्धारित दूल्हों की बजाए अपनी पसंद के लड़के को बैठा कर निकाह किया। इस आयोजन में सदर विधायक पंकज गुप्ता सहित ब्लाॅक व जिला मुख्यालय तक के अधिकारियों ने जोड़ों को आशीर्वाद दिया था।
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रोकी गई 35 हजार की धनराशि, सामान की रिकवरी
बीडीओ बिछिया फहद खान ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर खाते में भेजी जाने वाली 35 हजार की धनराशि को रोक दिया गया था। वहीं जो उपहार दिए गए थे, उनकी रिकवरी करा ली गई है। बताया कि वधुओं ने अपने जवाब में कुछ गलत न होने की बात कही लेकिन इस संबंध में कोई साक्ष्य नहीं दे पाईं। इसके चलते रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
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हसनगंज में भी मिला था फर्जीवाड़ा
14 दिसंबर 2024 को हसनगंज के राम सिंह लालता सिंह छोटाखेड़ा इंटर काॅलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हुआ था। इसमें तीन ब्लॉकों व इतने ही नगर पंचायतों के 88 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया था। इस समारोह में दयालपुर निवासी सूरज से मुन्नीखेड़ा की रोहनी की शादी हुई थी। दोनों को घर गृहस्थी का सामान दिया गया था। इसी बीच वहां पर किसी ने दोनों का एक महीने पहले ही विवाह होने की जानकारी दे दी। मामला सामने आने पर जांच हुई थी तो पता चला था कि सूरज ने पंजीकरण में पता गांव के स्थान पर न्योतनी लिखवा दिया था। इसकी पुष्टि होने के बाद दोबारा यहां पर विवाह करने को गलत माना गया और दिया गया सामान वापस ले लिया गया था।