लखनऊ में पुलिस समन लेकर पहुंची तो घबराए, परेशान वैन चालक ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। उसकी गाड़ी से हादसे में एक बालक की मौत हो गई थी। उसी घटना का मुकदमा चल रहा है।

मौके पर मौजूद पुलिस व ग्रामीण, भारतलाल गुप्ता की फाइल फोटो – फोटो : संवाद न्यूज एजेंस
राजधानी लखनऊ में पुलिस समन लेकर पहुंची तो परेशान वैन चालक ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। खबर मिली तो घर में चीख पुकार मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग भी जमा हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस व जीआरपी टीम ने घटना की जानकारी ली है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
घटना निगोहां थाना क्षेत्र के हरिवंशखेड़ा गांव की है। गांव निवासी भारतलाल गुप्ता (50) निजी वैन चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। पत्नी गायत्री ने बताया कि बुधवार की सुबह लगभग 6 बजे भारतलाल वकील से मिलने की बात कहकर घर से निकले थे। कुछ देर बाद सूचना मिली कि मस्तीपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर उनका पड़ा है। खबर पाकर हम लोग भागकर पहुंचे। सूचना पर जीआरपी और थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गायत्री ने आगे बताया कि वर्ष 2005 में उनके पति की गाड़ी से मोहनलालगंज के गौरा में सड़क दुर्घटना हो गई थी। एक्सीडेंट में एक बच्चे की मौत हो गई थी। इसका मुकदमा न्यायालय में चल रहा है। मुकदमे को लेकर पति काफी परेशान रहते थे। मामले को लेकर रविवार को मोहनलालगंज पुलिस उनके घर वारंट लेकर गिरफ्तार करने आई थी। पति से कहा मेरे साथ चलो तो उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि कपड़े पहनकर चलते हैं।
भारतलाल कपड़े पहनने के बहाने घर के अंदर गया और जेल जाने के डर से पीछे लगे दरवाजे से निकलकर भाग गए थे। तभी से वह काफी अवसाद में थे। इसी के चलते ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मृतक के तीन बेटे ऋषभ, आयुष, आदित्य व एक बेटी सपना है। बड़ा बेटा ऋषभ निजी कंपनी में नौकरी करता है। आयुष ऑटो ड्राइवर है। आदित्य और सपना पढ़ाई कर रहे हैं।