NIA investigation in Delhi Blast: एनआईए के अधिकारियों ने दोनों के लालबाग और मड़ियांव स्थित आवास से बरामद दस्तावेजों की गहनता से जांच के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क साधा है।

डॉ. शाहीन व डॉ. परवेज
दिल्ली आतंकी हमले की जांच टेकओवर करने के बाद एनआईए ने जैश-ए-मोहम्मद के यूपी लिंक की नए सिरे से पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए की टीम ने सोमवार को राजधानी निवासी डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ. परवेज के ठिकानों से बरामद दस्तावेजों को खंगाला। वहीं एटीएस दोनों के 50 से अधिक करीबियों से पूछताछ कर रही है। इन सभी का इस माड्यूल और कश्मीर से लिंक तलाश जा रहा है। फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सूत्रों की मानें तो एनआईए के अधिकारियों ने दोनों के लालबाग और मड़ियांव स्थित आवास से बरामद दस्तावेजों की गहनता से जांच के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क साधा और उससे परवेज के लैपटॉप, टैब, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की फोरेंसिक जांच की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने फोरेसिंक रिपोर्ट जल्द हासिल कर उसे साझा करने को कहा। वहीं एटीएस की एक टीम ने सोमवार को सहारनपुर में आरटीओ कार्यालय जाकर कुछ गाड़ियों के दस्तावेजों की जांच की। बता दें कि डॉ. परवेज की गाड़ी भी सहारनपुर से पंजीकृत है। टीम ने जांच के दायरे में आई करीब आधा दर्जन गाड़ियों की जानकारी जुटाई है। वहीं जिन गाड़ियों को अब तक बरामद किया गया है, उनकी फोरेंसिक जांच कराकर पता लगाया जाएगा कि कहीं उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट और फर्टिलाइजर को फरीदाबाद तो नहीं भेजा गया था।
अयोध्या भी जाएगी टीम
सूत्रों की मानें तो एनआईए की एक टीम जल्द अयोध्या भी जाएगी। दरअसल डॉ. परवेज के दस्तावेजों की जांच में पता चला है कि उसने राजधानी के अमीरुद्दौला इस्लामिया इंटर कॉलेज से 1999 में हाईस्कूल और 2001 में इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। तत्पश्चात सीपीएमटी के जरिये उसका एमबीबीएस में चयन हुआ, जिसके बाद राजधानी के इरा मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2004 में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लिया। वहीं वर्ष 2010 में अयोध्या के एक अस्पताल में इंटर्नशिप शुरू की थी। उसके अयोध्या से वाफिक होने की वजह से एनआईए की टीम वहां जाकर पड़ताल करेगी, ताकि जांच में किसी चूक की गुंजाइश न रहे।
सऊदी अरब में चार साल रही शाहीन
जांच में सामने आया है कि डॉ. शाहीन सऊदी अरब में करीब चार साल रह चुकी है, जहां वह एक नामचीन अस्पताल में नौकरी कर रही थी। अधिकारियों को शक है कि इस दौरान वह कश्मीरी मूल के डॉक्टरों के संपर्क में आई, जिसमें डॉ. मुजम्मिल भी शामिल था। तत्पश्चात, वापस लौटने के बाद वह फरीदाबाद चली गई। अब एनआईए की टीम शाहीन के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कानपुर का रुख करेगी, जहां उसके पूर्व पति और अस्पताल के सहयोगियों के दोबारा बयान दर्ज किए जा सकते हैं।