
फोटो-10-राकेश (फाइल फोटो)।
औरास। सरैइया गांव में किसान की जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई थी। इस मामले में बेटे की तहरीर पर किसान के दो भाइयों समेत सात पर आत्महत्या के लिए उकसाने की प्राथमिकी दर्ज की गई है। पत्नी ने थाने में तैनात उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल पर जबरन समझौता कराने और पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
औरास थानाक्षेत्र के सरैइया गांव निवासी राकेश पासवान (55) का भाई सुनील और कृपाली से जमीन बंटवारे को लेकर विवाद था। कृपाली ने पुलिस को शिकायतीपत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। मंगलवार की शाम पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया था। मामला राजस्व विभाग से जुड़ा होने से पुलिस ने शनिवार को थाना समाधान दिवस में आने की बात कही थी।
राकेश के बेटे अजय ने बताया कि चाचा कृपाली, उनका लड़का अंशू, दूसरे चाचा सुनील, उनका लड़का दीपक और गांव के ही मलखे रावत ने मिलकर कई साल पहले बाबा हजारीलाल से डेढ़ बीघा जमीन ली थी। इसके बाद जमीन कृपाली और सुनील के नाम करवा दी थी। जमीन लिखाने के बाद बाबा हजारीलाल को मारपीट कर भाग दिया था। तीन साल से बाबा हम लोगों के साथ हैं।
बाबा ने अपने हिस्से की पांच बिस्वा जमीन और गांव का घर मेरी मां रामकुमारी के नाम कर दिया। चाचा कृपाली को पता चला तो उन्होंने पुलिस से पापा की शिकायत कर दी। मंगलवार को पुलिस ने थाने में बुलाया था। आरोप लगाया कि हल्के में तैनात उपनिरीक्षक उपेंद्र पटेल और हेड कांस्टेबल त्रिवेणी प्रताप ने दूसरे पक्ष से रुपये लेकर पिता को धमकाया और जेल भेजने की धमकी देकर जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर सुलह लिखवाया और उन्हें प्रताड़ित भी किया।
थाने से आने के बाद उन्होंने जहर खा लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। इस पर बेहटामुजावर, हसनगंज पुलिस को भी बुलाया गया। एसओ ने परिजनों को बताया कि दो भाइयों की गिरफ्तारी हो गई है, तीन की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। तब परिजनों ने खेत में शव को जलाया। इस दौरान सीओ संतोष सिंह घटना पर नजर बनाए रहे।
थानाध्यक्ष संजीव कुशवाहा ने बताया कि बेटे की तहरीर पर मृतक के दो भाई, भतीजे सहित पांच पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। सुनील और कृपाली को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में नामित अंशू और दीपक के कुरुक्षेत्र में होने का पता चला है, मलखे फरार है। उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल की भूमिका की जांच की जा रही है।
कई बार थाने में की थी शिकायत, पर नहीं हुई सुनवाई
जहर खाने वाले किसान की पत्नी रामकुमारी एक पैर से दिव्यांग हैं। काफी समय पहले जल जाने से पैर बेकार हो गया था। इस कारण डॉक्टर ने उसे काट दिया था। अब स्थिति यह है कि वह एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं जा सकतीं। पति की मौत के बाद अब उनके सामने संकट खड़ा हो गया है। रामकुमारी ने बताया कि जमीन और घर का विवाद दिवाली से चल रहा है। कई बार पति ने थाने में इन लोगों के खिलाफ प्रार्थनापत्र दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टा पुलिस ने हमारे परिवार को ही प्रताड़ित किया। सीओ संतोष सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों का अभी तक कोई दोष नहीं मिला है। थाने में सीसीटीवी लगे हैं। तीन भाइयों का जमीन और घर का झगड़ा है। इन दोनों ने तीनों को शनिवार को थाना समाधान दिवस में बुलाया था, हड़काने जैसा कुछ नहीं मिला है।

फोटो-10-राकेश (फाइल फोटो)।

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