
फोटो-18–नगर पालिका में प्रदर्शन करते सभासद। स्रोत: सभासद
उन्नाव। सभासद विकास व मरम्मत कार्यों में खर्च की जानकारी मांग रहे थे। ईओ ने सभासद को फाइल देखने का अधिकार न होने की बात कही तो विवाद हो गया। इस पर 15 सभासदों ने नारेबाजी की और पालिका की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए ईओ को पत्र दिया।
कुछ सभासद शुक्रवार की दोपहर नगर पालिका पहुंचे और ईओ संजय गौतम से अपने वार्डों में विकास, मार्ग प्रकाश सहित अन्य समस्याओं के निपटारे की मांग की। ईओ ने बजट की कमी का हवाला दिया और बजट मिलने पर काम कराने की बात कही। इस पर सभासदों ने नाला सफाई और वाहन मरम्मत हो रहे खर्च का ब्योरा मांगा।
ईओ ने फाइलें तो मंगाई लेकिन उनका ब्योरा देने से इन्कार करते हुए कहा कि यह सभासदों का अधिकार नहीं है। इस पर सभासदों ने अपने कानूनी अधिकार बताए और प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद पत्र दिया जिसमें नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और अधिकारों के हनन का हवाला देते हुए सामूहिक इस्तीफा देने की बात लिखी।
सभासद ब्रजेश पांडेय ने बताया कि जो भी मांगपत्र पर दिया जाता है, उसपर कोई भी सुनवाई नहीं होती है। आरोप लगाया कि शहर में सरकारी जमीन की खोजबीन करने के बाद उनपर जबरन कब्जा करा दिया जाता है। सभासद मुन्ना सिंह ने कहा कि बोर्ड का सदस्य होने के नाते अधिकार है कि विकास कार्यों और उनपर हो रहे खर्च की जानकारी उन्हें दी जाए। राजेंद्र भारती, अशोक कुमार, लक्ष्मी देवी, यासीन अहमद, प्रेमा भी मौजूद रहे। ईओ ने बताया कि उनपर लगाए जा रहे आरोप गलत है, केवल इतना कहा था कि अध्यक्ष से अनुमति लेकर फाइल दिखाएंगे।