यूपी के उन्नाव जिले में सोते समय एक परिवार पर हमले की घटना सामने आई है। फायरिंग से महिला की मौत हो गई जबकि पति और तीन बेटियां घायल हुई हैं।
उन्नाव जिले में फतेहपुर चौरासी के गोडियनखेड़ा गांव में पड़ोसी युवक ने अपने साथी के साथ मिलकर एक ही परिवार पर हमला कर दिया। डंडे और धारदार हथियार से मारा और कई राउंड फायरिंग की। गोली लगने से महिला की मौत हो गई। उसका पति और तीन बेटियां घायल हुई हैं।घटना के बाद एक हमलावर ने की आत्महत्या, खेत में मिला शव
थानाक्षेत्र के गोडियनखेड़ा गांव निवासी पुत्तीलाल कश्यप (53), पत्नी फूलकुमारी (48), बेटी सोनम (24), मनोरमा (18), रेशू (12) और रोशनी (10) के साथ रविवार रात घर पर सो रहे थे। रात करीब दो बजे पड़ोस में ही रहने वाला अनुराग पाल (22) अपने भाई अनूप पाल और पड़ोसी पुनीत यादव के साथ तमंचा और धारदार हथियारों से लैस होकर पुनीत के घर के पीछे की दीवार के सहारे पुत्तीलाल के घर में पंहुचे और सो रहे परिवार पर लाठी, धारदार हथियार से हमला किया। बाद में गोलियां चलाईं। गोली लगने से फूलकुमारी की मौत हो गई। जबकि पुत्तीलाल, सोनम, रेशू और रोशनी घायल हैं।
घटना के कुछ देर बाद हत्यारोपी अनुराग का शव घर से करीब 60 मीटर दूर वीर प्रताप के खेत में मिला। पुलिस के मुताबिक उसने आत्महत्या की है, गोली उसकी कनपटी में लगी है और पास में तमंचा भी पड़ा मिला है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को स्वास्थ्य केंद्र भेज। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने भी घटनास्थल की जांच की। घायलों में पुत्तीलाल और उसकी बेटी सोनम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से कानपुर हैलट रेफर किया गया।
यह है घटना की वजह
घटना को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मरने वाला अनुराग पाल और फरार हत्यारोपी पुनीत यादव पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है। दोनों मई 2023 में जेल गए थे और दो महीने पहले ही जमानत पर छूटे हैं। इस दौरान पुत्तीलाल ने कई बार अनुराग और उसके साथी पर धमकी और परेशान करने की शिकायत पुलिस से की। पुलिस भी दोनों की तलाश कर रही थ
पीड़ित परिवार ने तीन जुलाई को आरोपी के खिलाफ की थी शिकायत
घायल पुत्तीलाल ने बताया कि 3 जुलाई को वह पत्नी फूलदुलारी और बेटी रेशू के साथ खेत में धान की बेड लगाने जा रहा था। रास्ते में अनुराग पाल ने रेशु को बाइक से टक्कर मारी थी और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकला था। इसकी शिकायत थाने में की गई थी। एसओ ने पकड़ने के लिए फोर्स भी भेजा था लेकिन अनुराग नहीं मिला था। बाद में पता चला कि वह दही चौकी स्थित एक फैक्टरी में काम भी करता है। पुलिस ने पता लगाया तो वहां भी नहीं आ रहा था। ग्राम प्रधान मुकेश पाल का नजदीकी होने से पुलिस ने उनसे बुलवाने के लिए कहा था।