गुरू पूर्णिमा के अवसर पर अयोध्या में सरयू के तट पर सुबह से ही स्नान करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ मौजूद रही। स्नान के बाद भक्तों ने मंदिरों में जलाभिषेक कर दर्शन-पूजन किए।
रामनगरी में रविवार को गुरु पूर्णिमा का उल्लास शिखर पर दिखा। गुरुधामों में उमड़े शिष्यों के भारी सैलाब से गुरु की महिमा महत्ता सिद्ध होती रही। सुबह से ही सरयू में डुबकी लगाने के लिए सरयू घाटों पर भक्तों का तांता लगा रहा।
शिष्यों ने स्नान दान के बाद मठ-मंदिरों में जाकर अपने गुरु के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। दर्शन- पूजन का सिलसिला सुबह से लेकर देर शाम तक चलता रहा।
गुरु पूर्णिमा के पर्व पर रामनगरी भक्तों से गुलजार दिखी। अपने गुरु के प्रति श्रद्धा निवेदित करने के लिए लाखों की संख्या में भक्तों का समूह उमड़ा तो गुरु पर्व की महिमा भी शिरोधार्य होती दिखी। स्नान के बाद भक्तों ने नागेश्वरनाथ में जलाभिषेक किया।
इसके बाद रामलला, हनुमानगढ़ी, कनक भवन सहित अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन की होड़ रही। प्रशासन की ओर से गुरु पूर्णिमा पर्व पर उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए रामनगरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मुख्य मार्ग पर बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। सरयू घाटों से लेकर मठ-मंदिरों तक पुलिस बल की तैनाती की गई है।
इस मौके पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि गुरू पूर्णिमा के अवसर पर सभी शिष्य अपने गुरुओं की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद लेते हैं। यह गुरुओं का कर्तव्य है कि वो अपने शिष्यों को ज्ञान दें। इस त्योहार का बड़ा महत्व है। इस पर्व को गुरु पूजन कर मनाएं।