नए कप्तान के चार्ज लेने के बाद 10 दिन में जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ की यह चौथी घटना है। पुलिस ने पांच बदमाशों के पैर में गोली मार कर लंगड़ा कर दिया। जबकि सोमवार सुबह एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गोली लगने से एक डकैत की मौत हो गई।
बीती 13 सितंबर को एसपी दीपक भूकर के जिले की कमान संभालने के 11 घंटे बाद ही बाद बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के पंचूपुरवा गांव में छह डकैतों ने ट्रांसपोर्टर प्रियांशु गुप्ता घर में डाका डाला था। उनकी पत्नी पूनम, तीन बच्चों और पड़ोस में रहने वाले युवक को असलहों के बल पर बंधक बनाकर 21.50 लाख की डकैती को अंजाम दिया था। ग्रामीणों नें दो डकैतों, न्यू कटरा मोहल्ला निवासी अंशु पाल और पन्नी टोला के अभिषेक पाल को पकड़ लिया था और पुलिस को सौंप दिया था।
अगले ही दिन 14 सितंबर की सुबह पुलिस टीम दोनों डकैतों को लूट की रकम बरामद करने ले गई थी, जहां रुमाल में नोट की गड्डी लपेट फेंकने की बात कही थी। जंगल में अभिषेक ने सिपाही की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया था। पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मार घायल कर दिया था। इसके बाद नौ सितंबर को आसीवन थाना के टिकरा कुमेदान गांव निवासी एसबीआई के मिनी बैंक संचालक छेदनू प्रसाद से 3.35 लाख की लूट की घटना में 19 सितंबर को वांछित लुटेरे सफीपुर कस्बा निवासी अश्वनी कुमार को ऊगू रेलवे स्टेशन के पास मुठभेड़ में पैर में गोली मारी थी। जबकि उसका साथी भाग गया था। इसके बाद 20 सितंबर शुक्रवार की रात बिहार थाना क्षेत्र के दुबाई गांव निवासी बीज विक्रेता राजकुमार लोधी से 25 हजार रुपये की लूट में पुलिस ने रायबरेली जिले के थाना लालगंज ग्राम बेहटा कला निवासी बदमाश प्रदीप लोधी और बिहार थाना के गांव परसंदा गांव निवासी उसके साथी सूरज को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद आज सोमवार 23 सितंबर को सुबह एसटीएफ और अचलंगज थाना पुलिस ने मुठभेड़ में सुल्तापुर में सराफा व्यापारी की दुकान में हुई डकैती में नामजद अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर किया, माथे में गोली लगने से उसकी मौत हुई।