
उन्नाव। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में जिम्मेदार सुस्ती दिखा रहे हैं। दावा है कि 10 दिन में पांच हजार गड्ढे भरे गए हैं, जबकि 23 हजार गड्ढे भरने बाकी हैं। शासन की ओर से काम पूरा करने की समय सीमा 31 अक्तूबर तक बढ़ाने से पीडब्ल्यूडी के पास 21 दिन हैं।
शासन के आदेश पर पीडब्ल्यूडी ने गड्ढों में तब्दील सड़कों का सर्वे कराया था। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड ने 550 और निर्माण खंड ने 350 किलोमीटर में 28,632 गड्ढों की रिपोर्ट तैयार की थी। इसके बाद गड्ढे भरने के लिए 13 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। सितंबर के अंतिम सप्ताह में प्रस्ताव के सापेक्ष दोनों खंडों को मिलाकर करीब 1.60 करोड़ का बजट मिला। इस बजट से 10 अक्तूबर तक गड्ढे भरने थे लेकिन बीच में लगातार दो दिन तक बारिश होने से मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो सका था।
इसके अलावा, पितृ पक्ष होने के कारण ठेकेदारों ने काम नहीं शुरू किया था। बारिश थमने और नवरात्र प्रारंभ होने के बाद काम शुरू हुआ लेकिन 10 तारीख तक मात्र 20 प्रतिशत ही गड्ढे भरे जा सके। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। बुनियादी दिक्कतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अभियान की समय सीमा 21 दिन और बढ़ा दी है। अब विभाग को 31 अक्तूबर तक गड्ढे भरने हैं। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन हरदयाल अहिरवार ने बताया कि समय बढ़ गया है। जो समय बढ़ा है, उसमें हर हाल में गड्ढों की पैचिंग करा दी जाएगी।
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कुल गड्ढे- 28,632, 950 किमी. (सभी आंकड़े लगभग में)
पीडब्ल्यूडी प्रांतीयखंड- 16,650 गड्ढे, 550 किमी.
पीडब्ल्यूडी निर्माणखंड- 11,982 गड्ढे, 350 किमी.
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बजट मिला
प्रांतीयखंड- लगभग एक करोड़
निर्माणखंड- लगभग 60 लाख