उन्नाव/सोनिक। हाईवे की निर्माण एजेंसी ने बिना डायवर्जन, पर्याप्त बैरिकेडिंग व संकेतक लगाए तीन किलोमीटर लंबी सड़क बंद कर दी। इससे शनिवार रात 12 बजे से रविवार सुबह छह बजे तक यातायात रेंगता रहा। तीन किलोमीटर की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटे का वक्त लगा। जाम खुलवाने में पुलिस पसीना बहाती रही।
कानपुर-लखनऊ हाईवे की सड़क को नए सिरे से बनाया जा रहा है। शनिवार को सोनिक मोड़ से चमरौली तक काम कराने के लिए कानपुर से लखनऊ जाने वाली लेन का तीन किलोमीटर हिस्सा बंद कर दिया गया। दोनों तरफ के वाहन एक ही लेन से निकाले जाने लगे। डायवर्जन प्वाइंट पर बैरिकेडिंग और संकेतक न होने से दोनों तरफ का यातायात बुरी तरह उलझ गया। हालत यह हुई कि तीन किलोमीटर का रास्ता तय करने में वाहन सवार लोगों को डेढ़ से दो घंटे का वक्त लगा।
पहले निकलने की होड़ में यातायात इस तरह उलझा कि रात दो से चार बजे तक भीषण जाम लगा। हालांकि सूचना पर यातायात पुलिस और दही थाना पुलिस ने यातायात सामान्य बनाने के लिए घंटों मशक्कत की। इसके बाद सुबह छह बजे यातायात सामान्य हो पाया। दही थानाध्यक्ष संजीव कुशवाहा ने बताया कि रात में सोनिक और बसीरतगंज के बीच जाम रहा था, लेकिन उसे खुलवा दिया गया था।
15 दिन मुश्किल रहेगा हाईवे पर सफर
उन्नाव। सोनिक व बसीरतगंज से चमरौली के पास एनएचएआई सड़क की मरम्मत करा रही है। वहीं, सोनिक मोड़ से आगे चमरौली के पास गंगा एक्सप्रेसवे का काम भी शनिवार से शुरू हो गया है। हाईवे पर अंडरपास बनाने के लिए क्रेनों की मदद से कंक्रीट के गार्डर रखे जा रहे हैं। यह काम पूरा होने में 15 दिन लगेंगे। इस दौरान हाईवे का सफर मुश्किल भरा हो सकता है।
चमरौली के पास गंगा एक्सप्रेसवे पुल का निर्माण हो रहा है। इसके लिए कानपुर से लखनऊ की तरफ आने वाली लेन पर मशीन लगाई गई हैं। गंगा एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील तिवारी के अनुसार निर्माण कार्य 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। बताया हाईवे के बीच से दोनों तरफ 16-16 कंक्रीट गार्डर रखे जाने हैं। इस दौरान 200 मीटर की दूरी पर कानपुर से लखनऊ की तरफ की लेन बंद रहेगी। दोनों तरफ का यातायात लखनऊ से कानपुर जाने लेन से चलाया जाएगा। सोनिक में प्रस्तावित जंक्शन स्थल पर भी काम शुरू हो गया है।
यातायात प्रभारी भवन सिंह मौर्य ने बताया कि एक्सप्रेसवे बनाने के लिए कंक्रीट गर्डर रखे जा रहे हैं। जाम की समस्या को देखते हुए सुबह से शाम पांच बजे तक ही काम कराने की अनुमति दी गई है। यातायात व्यवस्थित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।