उन्नाव। 92 साल के वृद्ध पिता की हत्या से बेहाल बेटे अपने सबसे छोटे भाई की करतूत पर मानों अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। बड़े बेटे सुनील ने बताया कि छोटा भाई एक टुकड़ा जमीन के लिए पिता की जान ले लेगा इसका कतई अंदाजा नहीं था। 92 साल के पिता की उम्र बची ही कितनी थी, जो जान ले ली। इतना ही था तो भाई मेरे हिस्से की भी जमीन ले लेता।
अजगैन कोतवाली के भांड़ी गांव निवासी शिवनारायण दीक्षित (92) की सबसे छोटे बेटे संदीप ने आठ बिस्वा जमीन के लिए रविवार सुबह सिर पर वार करने के बाद गला घोटकर हत्या कर दी थी। पिता की जान लेने के बाद उसने अपने बड़े भाई सुनील को इस हत्या में फंसाने का प्रयास किया था, लेकिन जांच में संदीप की पैंट में खून लगा मिलने और भागने की तैयारी पहले से कर लेने की पुष्टि होने पर उसे गिरफ्तार किया गया था।
बड़े भाई सुनील ने उस पर पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार को पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को जेल भेजा है। शव का दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद मिश्रा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। बुजुर्ग पिता की हत्या की घटना से पूरा परिवार गमगीन है।
सुनील ने बताया कि हत्यारोपी भाई अब अपने किये की माफी मांग रहा है। लेकिन उस पर विश्वास नहीं है, वह परिवार के किसी भी सदस्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
सुनील के बेटे (मृतक के पौत्र) दीपक ने बताया कि शनिवार को हत्यारोपी चाचा संदीप नवाबगंज कस्बे में फटेहाल मिले थे। उन्हें नए कपड़े दिलवाए थे लेकिन पता नहीं था कि वह बाबा की जान ले लेंगे और फिर मेरे ही पिता को फंसाने का प्रयास करेंगे। कोतवाल अवनीश सिंह ने बताया कि आरोपी को जेल भेजा गया है। शव का अंतिम संस्कार शुक्लागंज में किया गया।