देवरिया में छात्रनेता विशाल सिंह हत्याकांड में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। हत्याकांड में शाहपुर का रजा और उसके दोस्त सोनू और राहुल अली के नाम भी सामने आए हैं।
गोरखपुर में छात्रनेता विशाल सिंह हत्याकांड में सनसनीखेज सुराग मिल रहे हैं। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शाहपुर के लड़के, विशाल के एक नजदीकी के पीछे पड़े थे। विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई। इसमें शाहपुर का रजा और उसके दोस्त सोनू और राहुल अली के नाम भी सामने आए हैं।
दोनों दोस्त कौड़ीराम में मीट का धंधा करते हैं। रंजिश से पहले दोनों के विशाल से भी संबंध थे। पुलिस को पता लगा है कि कौड़ीराम में पढ़ाई के दौरान विशाल से सोनू और राहुल अली की दोस्ती रही। रजा उन्हीं के जरिए विशाल के नजदीकी के संपर्क में आया और फिर रंजिश शुरू हो गई।
उसने सोनू को 50 हजार रुपये भी दिए थे। छात्रनेता विशाल की देवरिया जिले में शनिवार रात चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। सूत्रों ने बताया कि विशाल के किसी करीबी के पीछे गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र के लड़के पड़े हुए थे।
विशाल ने रजा को धमकाने के साथ उसकी पिटाई भी की
इसकी जानकारी होने पर विशाल ने आरोपी रजा खान को सख्ती से समझाया। लेकिन, रजा नहीं मान रहा था। इसपर करीब चार माह पहले विशाल ने रजा को धमकाने के साथ उसकी पिटाई भी की। बदला लेने की नीयत से गोरखपुर में विजय चौराहे पर रजा ने भी विशाल के एक दोस्त की पिटाई कर दी।
पिटाई करने के बाद रजा और उसके साथियों ने विशाल को फोन कर उसे भी देखने और निपट लेने की धमकी दी थी। इस बीच विशाल ने रजा को फिर अपने नजदीकी को परेशान करते पकड़ लिया। तब उसे कमरे में बंद कर न सिर्फ हड़काया बल्कि वीडियो भी बना लिया।
बताया जाता है कि उसके बाद मामला खत्म सा लगने तो लगा था, मगर अंदर ही अंदर विशाल से बदला लेने की तैयारी शुरू कर दी गई थी। सूत्रों की मानें तो सोमवार को क्राइम ब्रांच की टीम रजा को देर रात घर से उठाकर ले गई। पुलिस के हाथ ठोस सबूत लग चुके हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर सकती है।
हत्या से पहले राहुल के साथ था विशाल
पुलिस सूक्षों के मुताबिक विशाल को राहुल अली और रजा खान के बीच संबंध की जानकारी नहीं थी। पारिवारिक सदस्य ने बताया कि विशाल रात में करीब साढ़े आठ बजे घर से गेहूं पिसाने चक्की पर गया था। इसी बीच मां ने फोन किया तो उसने बताया कि राहुल भैया के साथ हूं। 15-20 मिनट बाद फोन किया तो विशाल का फोन नहीं उठा। दस मिनट बाद एक राहगीर ने बताया कि विशाल सड़क किनारे पड़ा है।
पिता ने कहा, अंतिम बार मां से 56 सेकंड बात हुई
पिता विनीत सिंह घटना का जिक्र करते हुए भावुक हो जाते हैं। उन्होंने बताया अंतिम बार मां से विशाल की 56 सेकंड बात हुई थी। विशाल बेहद मिलनसार था। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि जिसपर विश्वास किया, वो हत्या का कारण बन जाएगा। पुलिस की जांच से परिजन संतुष्ट हैं।
चार के खिलाफ हत्या का केस, तीन गोरखपुर के
विशाल सिंह हत्याकांड के दूसरे दिन पिता की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ हत्या व हत्या की साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया है।
आरोपियों में तीन गोरखपुर और एक देवरिया जिले का बताया जा रहा है। सोमवार को एडीजी जोन डॉ. केएस प्रताप कुमार ने पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस को मामले का त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। दूसरी ओर हत्याकांड में लापरवाही बरतने पर एकौना थानाध्यक्ष दिलीप कुमार पांडेय को एसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया। उनकी जगह पुलिस लाइन में तैनात दरोगा अभिषेक कुमार राय को थाने की कमान सौंपी है।
करीब दो माह पहले हुआ था विवाद
विशाल के पिता व पूर्व बीडीसी विनीत सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनका बेटा विशाल सिंह गोरखपुर में रहकर पढ़ाई करता था। करीब दो माह पहले विशाल का गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुर मोहल्ला निवासी रजा खान, फैज रैनी, कौड़ीराम निवासी राहुल अली से विवाद हो गया था। उन लोगों ने विशाल को हत्या करने की धमकी दी थी। उन लोगों की विशाल के गांव के बगल के रहने वाले विनोद जायसवाल मदद कर रहे थे। मृतक के पिता के अनुसार, विनोद उनके परिवार से एक जमीन के विवाद को लेकर रंजिश रखते है।
आरोप है कि वह अपराधियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश में शामिल थे। 16 नवंबर की रात विशाल के मोबाइल पर फोन कर आरोपियों ने दोबारा जान से मारने की धमकी दी। उसी दिन रात करीब आठ बजे वह किसी काम से घर से निकलकर सड़क पर गया, जहां पहले से हत्या का प्लान बना कर बैठे लोगों ने उसकी हत्या कर दी।
तहरीर पर पुलिस केस दर्ज कर कार्रवाई में जुटी हुई है। घटना स्थल के नजदीक लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे है। पुलिस गोरखपुर जिले के एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर आरोपियों के बारे में पूछताछ कर रही।
राहुल नाम में उलझी पुलिस, कौन था यादव या अली
परिवार के सदस्यों ने राहुल अली के खिलाफ नामजद केस दर्ज करवाया है। लेकिन, जांच में जो तथ्य आया है वो इससे अलग है। सूत्रों ने बताया कि शहर में एक प्रतिष्ठित परिवार के तिलक आयोजन में कौड़ीराम के राहुल अली ने मीट काटने का बयाना लिया था और मौके पर भी था। पुलिस की जांच में राहुल यादव एक किरदार और सामने आया है। पुलिस जांच कर रही है कि फोन राहुल अली ने किया था और मौके पर राहुल यादव था कि नहीं? सूत्रों की मानें तो ये राहुल नाम का कोई एक शख्स एक चार पहिया गाड़ी के साथ मौके पर था।