
सोनिक। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान गंगा जल को निर्मल बनाए रखने के लिए टेनरी, स्लाटर हाउस और कॉमन इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के नालों को सील कर दिया गया है। साथ ही सभी की निगरानी शुरू कर दी गई है।
महाकुंभ में पहला शाही स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर होना है। इसके दूसरे ही दिन 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर दूसरा शाही स्नान होगा। उत्तर प्रदेश प्रदूषण बोर्ड ने इन प्रमुख स्नान पर्व से तीन दिन पहले ही उत्प्रवाह करने वाली सभी इकाइयों के दूषित पानी बहाने पर रोक लगा दी है। इसके लिए गुरुवार रात 12 बजे से सभी टेनरी और स्लाटर हाउस के साथ दही चौकी सीईटीपी के पाइप और नालों को सील कर दिया गया।
वहीं, शहर के नालों के मुहानों पर फिटकरी भरी बोरियां लगाई गईं हैं, वहीं शहर के भी प्रमुख नालों में नगर पालिका ने जैविक विधि से पानी को साफ करने का काम शुरू कर दिया है। डीएम गौरांग राठी ने निगरानी के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एक समिति बनाई है। वहीं सचल दल उत्प्रवाह वाले कारखानों पर नजर रखेंगे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी रोहित सिंह ने बताया कि गंगा की निर्मलता हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी।
इन तारीखों में भी सील रहेंगे नाले
– 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर 26 से 29 जनवरी के बीच
– तीन फरवरी को वसंत पंचमी पर 31 जनवरी से तीन फरवरी के बीच
– 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर नौ फरवरी से 12 फरवरी के बीच
– 26 फरवरी को महाशिवरात्रि 23 फरवरी से 26 फरवरी के बीच