उन्नाव। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) से अब 250 आबादी वाले मजरों को भी जोड़ा जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने निर्धारित आबादी के मजरों का सर्वे शुरू कराया है। एक माह में सर्वे पूरा होने के बाद प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा।
वर्ष 2000 में केंद्र सरकार ने पीएमजीएसवाई शुरू की थी। उस समय इसमें सर्वे कराकर 500 तक की आबादी वाले गांवों को शामिल किया गया था। सर्वे के माध्यम से 1440 किलोमीटर लंबे 271 मार्गों का चयन किया गया था। तीन चरणों में योजना का संचालन करके इन मार्गों का निर्माण कराया गया था। योजना का तीसरा चरण 31 दिसंबर को पूरा हो गया है। अब चौथा चरण शुरू किया गया है। इसमें अब 250 आबादी वाले मजरों को योजना से जोड़ा जाना है। योजना में शामिल करके मजरों तक पक्की रोड बनाई जाएगी। इससे ग्रामीणों को आवागमन में सहूलियत होगी।
बड़ी बात यह है कि मजरों को जाने वाली सड़कें अभी कम चौड़ी हैं। पीएमजीएसवाई में शामिल होने जाने के बाद रोड की चौड़ाई कम से कम पांच मीटर हो जाएगी। इससे सभी प्रकार के वाहन आसानी से पहुंच सकेंगे। विभागीय अधिकारियों ने मजरों का सर्वे भी शुरू कर दिया है। सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का चौथा चरण शुरू होना है। इसमें अब ग्राम पंचायतों के सबसे न्यूनतम मजरों तक पक्की सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए सर्वे शुरू करा दिया गया है। सूची तैयार होने के बाद उसे मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। बजट मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। (संवाद)