उन्नाव। दो बार तबादले के बाद भी सफीपुर सीएचसी प्रभारी को कार्यमुक्त न करने व अवकाश के बाद एक महिला डॉक्टर को ज्वाइन न कराने के मामले को उपमुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है।
सफीपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजेश वर्मा का 2023 में औरैया के 100 शैय्या अस्पताल में तबादला हुआ था, लेकिन इसके बाद भी सीएमओ ने उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया। फिर 2024 में जिला अस्पताल में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर स्थानांतरण किया गया। इस बार भी उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया। सीएमओ ने शासन को भेजी गई रिपोर्ट में एक स्थानीय विधायक के पत्र का हवाला देते हुए तबादला न करने का अनुरोध किए जाने की जानकारी दी। इस मामले का ऑडियो भी वायरल हुआ था। इसके बाद शासन ने जांच के निर्देश भी दिए थे, लेकिन कुछ दिन में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बाद में किसी ने उपमुख्यमंत्री से मामले की शिकायत की।
दूसरे प्रकरण में सफीपुर सीए चसी में तैनात एक महिला दंत रोग विशेषज्ञ, मातृत्व अवकाश पर गईं थीं, लगभग एक साल बाद वह सीएचसी में ड्यूटी पर पहुंचीं तो उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने सीएमओ कार्यालय में भी प्रार्थनापत्र दिया लेकिन कार्यभार नहीं दिया गया। परेशान होकर महिला डॉक्टर ने उपमुख्यमंत्री से शिकायत की थी।
दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उच्चाधिकारियों के निर्देशों का पालन न करने पर उन्नाव सीएमओ और सफीपुर सीएचसी अधीक्षक पर विभागीय प्रशासनिक कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए भी इसकी जानकारी दी है। वहीं, सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश का कहना है कि उन्हें अभी कोई आदेश-निर्देश नहीं मिला है। जो भी आदेश मिलेगा उसका अनुपालन किया जाएगा।दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उच्चाधिकारियों के निर्देशों का पालन न करने पर उन्नाव सीएमओ और सफीपुर सीएचसी अधीक्षक पर विभागीय प्रशासनिक कार्रवाई का निर्देश दिया है।