करते हुए बक्ताओं ने कहा कि परीक्षा की शुचिता दुषित होने का नतीजा है कि अयोग्य लोग सफल होते हैं। नीट, यूपीपी, नेट, यूपीएससी, एसएससी आदि की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों नेपरीक्षा की पारदिर्शता पर सरकार की सख्त कानून बनाने को कहा। बोले, पेपर लीक करने वालों को फांसी की सजा दी जाए। कड़े कानून बनेंगे तभी ऐसे लोग पेपर लीक की हिम्मत नहीं बुद्य पाएंगे। परीक्षाओं की पारदर्शिता के लिए सरकार स्वयं आगे आए और अपने भरोसेमंद अफसरों को निगरानी
का जिम्मा दें। क्योंकि पेपर लीक की संभावनाएं तभी ज्यादा बनती है जब निगरानी में लगे लोगों की मिलीभगत रहती है। पेपर की सुरक्षा में लगाए जाने वालों की निगरानी सबसे अहम है।
परीक्षा के जिम्मेदारों की स्क्रीनिंग जरूरी है। उनके मोबाइल और मेल की जांच हो। इसके बाद भी शिकंजा नहीं कर पा रहा है तो निलंबन और एफआईआर जैसी कार्रवाई से हटकर सीधे बर्खास्तगी का कदम उठाना चाहिए। सीबीटी (कम्प्यूटरपरीक्षण के जरिए परीक्षाएं जरूरी है। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी। संवाद में जुटे गीय अभ्यर्थियों ने नकल के भरोसे डॉक्टर, इंजीनियर और अफसर बनने का सपना संजोने वालों को भी सावधान किया है। कहा, पेपर कराने वाली एजेंसी के जिम्मेदारों की ओर से कहीं ना कहीं बड़ी चूक की जा रही है जिग वजह से अक्सर पेपर लीक हो जा रहा है। कभी पुलिस भर्ती का पेपर लोक होता है तो कभी शिक्षक भर्ती का। नीट का पेपर। लीक होना और एक साथ 67 बच्चों को हाइरेक मिलना वाकई में
चौकाने वाली बात है।
कहा, कुछ नकलचियों के कारण
कड़ी मेहनत से सालों तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के सपने खाक हो रहे हैं। पेपर लीक होने के कारण कई होनहार अभ्यर्थी तनाव में आकर अपना आपा खो दे रहे हैं और अपना जीवन खत्म कर लेते हैं। तमाम होनहार होने के बाद भी तैयारी छोड़कर दूसरी पढ़ाई पड़ने लगते हैं। ऐसे में सुनहरे भविष्य की तालाश में कुछ बनने का सपना देखने वालों के सपने यकानाचूर हो रहे हैं। अभिभावकों ने कहा कि सरकार की और से कानून कड़े बनाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार की ओर से भी ऐलान किया गया है कि पेपर लीक करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा।
हालांकि ऐसे वादे लगातार होते चले आ रहे हैं। अब सिर्फ इस बात की जरूरत है कि परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली ना होने पाए। पेपर लीक होने की वजह है ऐसे छात्रओं को मेहनत पर भी पानी फिर जाता है जो खुद की मेहनत पर सफल होते हैं। उम्मीद है कि सरकार अबकी किसी भी तया चूक नहीं करेगी। भविष्य में जो परीक्षाएं होंगी उसमें पारदर्शिता का पूरी तरह ख्याल ■रखा जाएगा