गंजमुरादाबाद। आषाढ़ी में समाप्त हो जाने वाली आम की फसल अभी तक चल रही है। अभी भी बाजार में आम आ रहा है। इससे आम का अभी दो सप्ताह तक और स्वाद मिलने की उम्मीद है।
आम की फसल पकने का सिलसिला गंगा दशहरा से शुरू हो जाता है। बागबान गंगा दशहरा से 15 दिन पहले ही दशहरी आम का पाल लगाकर बिक्री शुरू कर देते हैं। दशहरी की फसल समाप्त हो जाने के बाद चौसा आम की बहार आ जाती है। इसके बाद फिर आखिर में लखनऊवा की बारी आती है। आम की फसल की मियाद आषाढ़ी तक ही मानी जाती है लेकिन इस बार आषाढ़ी समाप्त हो जाने के 20 दिन बाद भी कस्बे में लगने वाली आम की मंडी पूरी तरह से गुलजार है
वहीं, बागों में करीब 15 फीसदी आम की फसल लगी है। इससे अभी दो सप्ताह तक मंडी में आम आने की संभावना है। लोग आसानी से सावन के महीने भर आम का स्वाद ले सकेंगे। शुरुआत में 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला आम अब 60 से 80 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा है। इससे इस बार बागबानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है। कस्बे के हफीजुर्रहमान, रघुवीर, अकील अहमद, जुनैद, फुरकान अंसारी, इरफान, मोहम्मद आलम आदि बागबानों ने बताया कि इस बार धीरे-धीरे फसल तोड़कर पाल लगाकर बिक्री कर रहे हैं। इससे फसल पूरे सावन महीने तक चलेगी।