उन्नाव। अधिवक्ता के घर हुई लूट की घटना के बाद करोवन मोड़ पर पुलिस मुठभेड़ में घायल शातिर लुटेरे की हालत में सुधार न होने पर उसे कानपुर हैलट रेफर किया है। उसके पैर की हड्डी में एड़ी के पास फ्रैक्चर है।
सदर कोतवाली के जेर खिड़की मोहल्ला निवासी आयकर अधिवक्ता सैय्यद कैमूल हसनैन जैदी के घर में रविवार 10 नवंबर को हुई लूट की घटना में शामिल लुटेरों में एबीनगर निवासी मेराज, मुजफ्फरनगर के थाना सिविल लाइन के मल्लूपुरा निवासी (वर्तमान में मेरठ के हापुरचुंगी) निवासी इरशाद सैफी और गौतमबुद्धनगर के थाना दादरी के रामपुर फतेहपुर निवासी रविंद्र कसाना के साथ पुलिस की 11 नवंबर को गिरफ्तारी के दौरान करोवन मोड़ के पास मुठभेड़ हुई थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में तीनों लुटेरे घायल हुए थे। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इरशाद सैफी नाम के लुटेरे की एक्सरे रिपोर्ट में पैर में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई थी। पुलिस गिरफ्त से भागने की कोशिश के दौरान वह गिर गया था। डॉक्टर ने मुठभेड़ में घायल मेराज और रविंद्र कसाना को इलाज के बाद फिट बताया था। इस पर उन दोनों को अन्य आरोपियों के साथ मंगलवार को जेल भेजा था, लेकिन इरशाद सैफी के पैर में चोट होने से न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस को इलाज कराने का निर्देश दिया था। ऑपरेशन की आवश्यकता होने से उसे कानपुर हैलट भेजा है। अपराध निरीक्षक राजेश यादव ने बताया कि लुटेरे की सुरक्षा में एक दरोगा और सिपाहियों को लगाया है।