कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वहन न करने, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, अपने आवंटित क्षेत्र में निवास न करने जैसे आरोपों में घिरे ग्राम विकास अधिकारी पुत्तन लाल पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सीडीओ को लिखे गए बीडीओ के पत्र पर यह कार्रवाई जिला विकास अधिकारी ने की है।
डीडीओ ने ग्राम विकास अधिकारी पर अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए हैं। जिसके बाद वीडीओ पर अनुशानिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ग्राम विकास अधिकारी पुत्तनलाल पाल दो साल के अंदर दोबारा निलंबित किए गए हैं। जिला विकास अधिकारी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि खंड विकास अधिकारी सिकंदरपुर करन असद खान द्वारा मुख्य विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा को 20 दिसंबर 2024 को वीडीओ की लापरवाही जैसे आराेपों से संबंधित पत्र भेजा गया था।
लापरवाही के आरोप में निलंबित
खंड विकास अधिकारी ने सीडीओ को संबोधित पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि ग्राम विकास अधिकारी पुत्तन लाल पाल सिकंदरपुर करन के द्वारा मनमानी और लापरवाही की जा रही है। उन पर उन्मुक्त कार्यशैली, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने, अपने आवंटित क्षेत्र में निवास न करने, कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध कार्य करने का आरोप लगाया गया है।
अनुशासनिक कार्रवाई करने का आदेश
इन्हीं सब को देखते हुए पुत्तन लाल पाल के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई है। इसके अलावा डीडीओ ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी को उक्त आरोपों में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ किए जाने की जानकारी दी है। निलंबन अवधि में पुत्तन लाल पाल को जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि अर्द्ध औसत वेतन अथवा आधे वेतन पर देय अवकाश के बराबर देय होगा।
जांच अधिकारी नियुक्त
ग्राम विकास अधिकारी के निलंबन प्रकरण में उपायुक्त, श्रम रोजगार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। कहा गया है कि डीसी मनरेगा अपचारी कर्मचारी के विरुद्ध 15 दिन के अंदर आरोप पत्र तैयार कर अनुमोदन के डीडीओ को प्रेषित करने का कष्ट करें। निलंबन अवधि में ग्राम विकास अधिकारी जिला मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे।
उन्नाव में बांगरमऊ क्षेत्र के ग्राम छग्गनलाल खेड़ा निवासी मिश्रीलाल ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया है कि उसकी जमीन पर गांव के रहने वाले विजय पाल, प्यारे लाल और विवेक अवैध तरीके से कब्जा किए हुए हैं। जबकि, उसके खेत की नाप लेखपाल और कानूनगो पुलिस बल की मौजूदगी में कर चुके हैं।
आरोप है कि 18 दिसंबर को विपक्षियों ने उसके खेत में लगे खंभे उखाड़कर फेंक दिए थे जब उसने विरोध किया तो सभी गाली गलौज कर जानमाल की धमकी देने लगे। कोतवाली प्रभारी राजेश पाठक ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।